जन्मों का बंधन है तुम्हारे साथ
सनम न छोड़ना कभी मेरे हाथ
कह दो जो दिल में है बात
आ साथ बैठे पूनम की है रात
बरसों से प्यासा ए दिल चाहत की
कर दो न तुम प्यार की बरसात
जन्मों का बंधन .....
तू खूश्बू बनके समाई है तन में
तू चाहत के रंग लाई है मन में
कसमों को तोड़ चल दुनिया से दूर
हमसफ़र आ थाम ले तू मेरे हाथ
जन्मों का बंधन .....
महकी है पुरवा हंसी है शाम
निगाहों से पिला चाहत की जाम
गीत गुनगुनाके झूम बहार संग
कर ले आज दिल की पूरी चाहत
जन्मों का बंधन ....
तेरा नाम लिख दू मैं सारा जमाना
याद करेगा जहा प्यार की अफ़साना
मेरे हमसफ़र तू है मेरी धड़कन
दिल भी जाँ भी है तेरी अमानत
जन्मों का बंधन ..