"सपने देखना मत छोड़िए, सपने ही कल का हकीकत होता है " दुष्यंत कुमार पटेल "चित्रांश "

शुक्रवार, 6 मई 2016

युवा शक्ति तुमपे है आस

मन में  ला नयी उमंग
और  अटूट  नया विश्वास
बैठे  रह गुमशुम
युवा शक्ति तुमपे है आस

भूल जा अतीत निराश दिन
सुनहरे अक्षरों में लिखना है
एक नया इतिहास
आज कुछ नहीं तो क्या हुआ ?
होगा कल सबकुछ
ऊपर वाले पर रख विश्वास

देख लेना सारी दुनिया करेगा
तेरे कामों पे एक दिन नाज़
जो भी उलझने हैं पथ पर
कर ले विश्लेषण कल नहीं ,आज

मेहनत  कर , सब्र कर
पहुंच से ज्यादा दूर नहीं
ये चाँद , ये आकाश
कुछ  भी नहीं नामुमकिन यहाँ
तू करता रह प्रयास प्रयास प्रयास

तुम्हें चंचल मन को
बनाकर  रखना होगा दास
तू  जो चाहेगा वहीँ होगा
हिमालय सा अचल रख साहस
कुछ  भी नहीं नामुमकिन यहाँ
तू करता रह प्रयास प्रयास प्रयास

  


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